जरूरत है बदलाव की....... हमे कुछ करना होगा...

काफी दिन से चिंता का विषय बना हुआ है एक मुद्दा जिसे सोच कर सभी लोग चिंतित है और हो भी क्यू ना, आए दिन हमारे देश मे रेप के मामले बढ़ रहे है जो कि थमने का नाम नहीं ले रहे है और हमारी  बेहन बिटियो का जीना दुश्वार हो गया है, अगर हमारी बेहन या बेटी घर से बाहर गई है तो उसके घर आने तक हमे उसकी चिंता सताती है  क्यूंकि हवानगी की कोई सीमा ही नहीं रहे गई है हर तरफ दरिंदे ही दरिंदे है जो अपनी हवस को मिटाने को ओरतो की इज्ज़त नोच डालते है और उनका शोषण करते है , हाल ही में हुई एक घटना ने इंसानियत को ही तार तार कर दिया है जम्मू के कठुआ जिले में रहेने वाली 8 साल की एक मासूम नाबालिक लड़की से दुष्कर्म और हत्या की खबर सामने आई है जिसे पढने और देखने से ऐसा लगता है के मनो इंसानियत का तो शायद गला ही घोट दीया गया हो  |

पूरा मामला जाने :-

ये  मामला 10 जनवरी का है , कठुआ जिले के गाँव रसाना में रहेने वाली 8 साल की बच्ची असीफा बानो अचानक  दोपहर में लापता हो गई थी , बच्ची के लापता होने बाद पूरा परिवार , गाँव और स्थानीय पुलिस बच्ची की तलाश में जुट गए थे 

इस मामले की शिकायत करने असीफा के पिता 11 जनवरी को पुलिस के पास पहुचे , जिसमे की पुलिस ने 12 तारीख को अपाहरण का मामला दर्ज किया , इसी दोरान असीफा के परिवार वालो और पुलिस ने उसकी तलाश जारी रखी और पुरे इलाके की छान बिन के बाद भी असीफा का कुछ पता नहीं चल पाया .

17 जनवरी को दोपहर बाद असीफा का शव जंगल से मिला और 17 जनवरी शाम को आसिफा के परिजन जम्मू पठानकोट हाईवे पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने निष्पक्ष जांच की मांग के साथ इलाके के एसएचओ को भी इस जांच से दूर रखने को कहा. उसी शाम पुलिस ने इस मामले में दर्ज हुई एफआईआर में हत्या समेत दूसरी धाराएं जोड़ीं और मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन किया.

18 जनवरी को ही पुलिस इस मामले में एक 15 साल के नाबालिग युवक को गिरफ्तार किया. यह जांच आगे बढ़ती उससे पहले ही पुलिस हेडक्वार्टर्स ने इस मामले की जांच का ज़िम्मा एडिशनल एसपी साम्बा के ज़िम्मे सौंपने का आदेश जारी किया और हीरानगर एसएचओ को ससपेंड कर दिया.
22 जनवरी को पुलिस ने इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच के हवाले कर दी.  क्राइम ब्रांच ने पुलिस में ही तैनात दो स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स को गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों एसपीओ की पहचान दीपक खजुरिया और सुरिंदर वर्मा के रूप में हुई.

स्थानीय लोगों ने इस मामले की संवेदनशीलता को  देखते हुए जांच सीबीआई से कराने की मांग की. इस मांग को अंतिम रूप तक पहुंचाने के लिए 23 जनवरी को एक गैर राजनीतिक संगठन बनाया गया जिसका नाम हिन्दू एकता मंच रखा गया. इसका चेयरमैन सरकार में शमिल बीजेपी के राज्य सचिव विजय शर्मा को बनाया गया.

विजय शर्मा का दावा है कि मंच गैर राजनैतिक है और बीजेपी से इस मंच का कोई लेना देना नहीं है. वो यह भी दावा कर रहे हैं कि इस मंच को इलाके के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रख कर बनाया गया है और इसमें दूसरे दलों के भी नेता हैं.


ये है पूरा मामला लेकिन  इस मुद्दे को क्यों हिन्दू मुस्लिम रूप दिया जा रहा है , बच्ची चाहे मुस्लिम हो या हिन्दू उससे क्या फर्क पढ़ता है बात ये है की उसके साथ रैप जैसा घिनोना कुकर्म हुआ और जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई , चिंता की बात ये है की वर्तमान में हम अपने आप को निखारने और बढ़ाने , सफल बनाने की बाते करते है और वाही हमारा समाज अपंग हो रहा है जहा पर कुछ लोग एसे भी लोग जो जो अपनी हवस को मिटाने के लिए न तो बच्ची को देखते है और न ही किसी औए महिला को जो की बहुत ही  शर्म की बात है 





दिल्ली सामूहिक बलात्कार के आरोपी को दोषी ठहराया गया था


जीवन के लिए लड़ाई और बोलने में असमर्थ, एक मजिस्ट्रेट ने निर्भया की पूछताछ के लिए कई विकल्प प्रश्नों का रूप ले लिया, जो उसने अपेक्षित संख्या की उंगलियों को बढ़ाकर उत्तर दिया - एक तरह से अपराध की पीरियड की धारा 164 सीआरपीसी।

प्रोटोकॉल के अनुसार, निर्भया ने पहले खुद के बारे में कुछ सामान्य सवालों का जवाब दिया फिर उसने प्राणहर की रात की घटनाओं के बारे में बताया  उन अवसरों में से एक जब उसने एक इशारा के साथ प्रतिक्रिया दी थी, जब उन्हें पूछा गया था कि क्या उसने बस में अभियुक्त को देखा था। उंगलियों का उपयोग करने के बजाय, उसने सिर  हिलाया।

जब उनसे पूछा गया कि उस पर हमला करने के लिए किस चीज का इस्तेमाल हुआ, तो निर्भया ने लिखा: "लोहे की छड़ी लैंबी सी थी" अगला सवाल उसके नाम के बारे में था, जो उसके हमलावरों ने खुद के लिए इस्तेमाल किया था। उसने उन नामों को याद किया और बताया : राम सिंह, मुकेश, विनय, अक्षय, विनय और किशोर का नाम।

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अभियुक्त को पहचान सकती हैं, यदि उन्हें उनके सामने पेश किया गया तो निर्भया ने सिर हिलाया। पुलिस ने उसे एक चित्र दिखाया, इस तस्वीर का परीक्षण पहचान परेड एक और और पहला था। फोरेंसिक दांतों का उपयोग - या दांतों / काटने के निशानों का विश्लेषण - अपराधी साबित करने के लिए पहले भी था।

शुक्रवार को, निर्भया के पिता ने आज दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति के बारे में दुःख व्यक्त किया। "यदि निर्भय आज जीवित होती , तो हम उसे रात में नहीं भेजेंगे। आज, यह बच्चों के खिलाफ भीषण हमलों के बारे में सुनने के लिए नियमित है "।

आइये आपको बताते है की हमारे देश में  पिछले सालो के मुकाबले रैप का स्तर कितना बढ़ा है 

ये एक पूरी रिपोर्ट है जिसमे अधिकतर सभी देशो के रैप मामलो का आंकलन है 
Rape at the national level, number of police-recorded offenses[14]
Total countRate per 100,000 population
Country/territory2003200420052006200720082009201020032004200520062007200820092010
Kenya1440136512918767358474.13.83.52.31.92.1
Mauritius53403864776957514.33.23.05.16.05.44.43.9
Mozambique10264464147440.50.30.20.20.20.2
Uganda054973275059915366197092.02.02.62.62.04.91.92.1
Zimbabwe38584997479049674762318630.639.738.139.638.225.6
Cameroon4515555925804472.73.23.43.22.4
Algeria7236303764958368122.31.91.11.52.52.4
Morocco61845347510631215113015072.11.51.63.53.93.64.8
Sudan11892.9
Botswana1754186588.592.9
Lesotho17971878177785.388.382.7
Swaziland78584972.177.5
Guinea921.0
Senegal3011591674167106932.81.41.53.55.95.6
Sierra Leone135792.51.4
Bahamas87721351181097827.222.241.135.432.222.7
Barbados6824.9
Grenada23223031573222.421.429.029.954.830.6
Jamaica69566825.524.4
Saint Kitts and Nevis161530.928.6
Saint Vincent and the Grenadines6687506036542860.880.045.955.033.049.425.6
Trinidad and Tobago30533425931723624723.325.419.623.917.718.5
Belize4844302117.115.39.86.7
Costa Rica576600543485168513.814.212.611.136.7
El Salvador1185114075668119.618.812.311.0
Guatemala3633142893183854012.92.52.22.42.82.9
Mexico1365013550138941419914078148501499313.012.712.913.012.713.313.2
Nicaragua13221524182924.427.731.6
Panama *629771792855713809996*19.823.824.025.520.923.428.3*
Argentina31543264327633678.28.48.38.5
Bolivia11371137143715961989258712.412.215.216.620.426.1
Chile16581845197420341980223310.411.412.112.411.913.3
Colombia11882627334733793380354031492.86.17.77.67.57.86.8
Ecuador148812461499148422.99.411.210.9
Guyana621178.215.5
Paraguay3873596.66.0
Peru599157216268656972087560675122.321.022.723.625.626.623.5
Suriname18622338.245.2
Uruguay2973278.99.8
Bermuda364356.667.3
Canada5315875655705284904715761.71.81.81.71.61.51.41.7
United States of America938839508994347944729299990750892418476732.232.331.831.530.629.829.027.3
Kazakhstan158315841514129810.410.39.88.3
Kyrgyzstan2962782982713003033033145.95.55.95.35.85.85.75.9
Tajikistan5354564755360.80.80.90.70.80.5
Turkmenistan373627270.80.80.60.6
Hong Kong709299961071051361121.01.41.51.41.61.51.91.6
Japan247221762076194817661582140212892.01.71.61.51.41.31.11.0
Mongolia38637832031435535433234215.515.012.612.213.513.312.212.4
Republic of Korea5899632112.713.513.6
Brunei Darussalam242624286.97.36.67.6
Philippines30842918296225842409258558133.73.53.53.02.72.96.3
Singapore1101031241182.72.52.92.7
Thailand5071530851524641467646367.67.97.66.86.86.7
Bangladesh112111627.87.82
India182331835919348207372146721397221721.61.61.71.71.81.81.8
Maldives21590.70.31.62.9
Nepal1912100.70.8
Sri Lanka137814327.17.3
Armenia3915751515110.10.30.50.20.20.50.50.4
Azerbaijan49254435342535160.60.30.50.40.40.30.40.2
Bahrain1927251721362.94.03.42.12.33.4
Cyprus324139291934273.24.03.82.81.83.22.5
Georgia526214116715610084821.11.43.13.83.52.31.91.9
Israel1319122312911270124320.418.519.118.417.5
Jordan781101.52.0
Kuwait981081251371201194.54.85.35.64.74.5
Lebanon39191.00.5
Palestinian Territory85981052.52.83.0
Oman1321835.26.9
Qatar11131.71.8
Syrian Arab Republic131971351121251560.70.50.70.60.60.8
Turkey1604163816941783114810712.42.42.52.61.61.5
United Arab Emirates445262721.31.41.51.5
Yemen95951251581760.50.40.60.70.8
Belarus4323864833533362402184.43.94.93.63.52.52.3
Bulgaria6115294033102252622462117.86.85.24.02.93.53.32.8
Czech Republic6466875965306375294806.36.75.85.26.25.14.6
Hungary5352672642062152142282465.32.62.62.02.12.12.32.5
Poland232221761987200118271611153015676.15.75.25.24.84.24.04.1
Republic of Moldova2722972802682813062643687.07.87.47.27.78.47.310.3
Romania983953101311161047101610074.54.44.75.14.84.74.7
Russian Federation818588489222887170386208539849075.66.16.46.24.94.33.83.4
Slovakia2332242001741821521424.34.13.73.23.42.82.6
Ukraine10489649249938788807586352.22.02.02.11.91.91.71.4
Denmark4725624755274923964008.810.48.89.79.07.26.4
Estonia107121179153122160124817.99.013.311.49.111.99.26.0
Finland57359559361373991566081811.011.411.311.614.017.212.415.2
Iceland6951757287687823.817.425.323.928.521.924.7
Ireland3704094513713573483774799.210.010.88.88.38.08.510.7
Latvia1233192511299310069785.313.810.95.64.14.43.13.5
Lithuania2782602652532001641492088.17.67.87.45.94.94.56.3
Norway70673979884094594499893815.516.117.318.020.019.820.619.2
Sweden2235226137874208474954465937596025.025.241.946.351.859.063.863.5
Pakistan*32473600345035703890[19]36803500347828.728.828.728.728.828.728.728.0
United Kingdom (Scotland)79490097592290882188415.717.719.118.017.715.917.0
Albania4940413934241.61.31.31.21.10.7
Andorra22012.52.40.01.2
Bosnia and Herzegovina3940443529461.01.11.20.90.81.2
Croatia2131651421871621881291414.83.73.24.23.74.32.93.2
Greece2312401771821852322132152.12.21.61.61.62.11.91.9
Italy27443734402045134.76.46.97.6
Malta *111371710191211*2.73.21.74.12.44.62.92.6*
Montenegro8111.31.8
Portugal3923383653413053143774243.73.23.53.22.93.03.54.0
Serbia89115105123111720.91.21.11.21.10.7
Slovenia70875855975779633.54.42.92.74.82.83.93.1
Spain2140210225302437205115784.94.85.75.44.53.4
Republic of Macedonia931034.65.0
Austria6876787007106937798758.48.28.58.58.39.310.4
Belgium2850294430293194323231262953299127.728.429.130.530.729.527.727.9
France10408105069993978410132102771010817.317.316.415.916.416.516.2
Germany8766883181338118751172927314772410.610.79.99.89.18.88.99.4
Liechtenstein014213000.02.911.55.72.88.40.00.0
Luxembourg4044578.69.211.7
Monaco1322.88.55.7
Netherlands1700180024852385209519201850153010.511.115.214.612.711.611.29.2
Switzerland *547573646639648612666543*7.57.88.78.68.68.18.77.1*
Australia63826343637829.729.028.6
New Zealand9941183114311301128112924.028.327.026.426.125.8
South Africa

69117680766520163818705146833266196148.4145.2137.6133.4144.8138.5
132.4
Solomon Islands

1706579615637.213.816.412.311.00




भारत के एनसीआरबी के अनुसार 2012 में 24,923 बलात्कार थे

2013: कर्नाटक

2013 में कर्नाटक ने बलात्कार के 1,061 मामले दर्ज किए- पिछले तीन वर्षों में अधिकतम।


बंगलौर: राज्य में 2013 में बलात्कार के 1,061 मामले दर्ज किए गए - पिछले तीन वर्षों में अधिकतम। इसमें नाबालिगों पर बलात्कार के 563 मामले शामिल हैं। हालांकि, पिछले वर्ष केवल 26 व्यक्तियों को बलात्कार का दोषी पाया गया था। और इस वर्ष की पहली छमाही में दोषी ठहराए गए बलात्कार अभियुक्त की संख्या शून्य है।

जानकारी गृह मंत्री केजे जॉर्ज द्वारा प्रदान की गई थी। 2014 की पहली छमाही ने पहले ही बलात्कार के 476 मामलों की सूचना दी है, जिसमें 325 मामले नाबालिगों पर बलात्कार के हैं।
  
            image source : internet 


2014

2014 में महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि देश में बच्चों के खिलाफ यौन उत्पीड़न की संख्या में वृद्धि हुई है। 2012 में बच्चों की बलात्कार के मामलों की संख्या 2012 में 8,541 से बढ़कर 2013 में 12,363 हो गई और 2014 में 13,766 थी।

2014 में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा गैंग रैप के मामले सामने आय थे 

2014 में  युपी में  2,300 सामूहिक बलात्कार हुए 

भारत: 2015 में बलात्कार की 34,000 से अधिक मामलों की रिपोर्ट


देश के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2015 में भारत में कम से कम 34,651 बलात्कार के मामले सामने आए थे ये अपने आप में चोकने वाले तथ्य है जिन्हें पढ़ कर शायद आप चोंक जाये  और हो भी क्या न हमारी ही स्तिथि का आइना है जो हमें चीख चीख कर ये कहे रहा है है की 

"बस अब बहुत हुआ नारी पर आत्याचार बंद कर भी दो बलात्कार " 




दिल्ली अपराध रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में कुल 2,049 बलात्कार दर्ज किए गए थे और 72% उन बलात्कार के शिकार लोगों द्वारा किए गए थे, जो कि पीड़ितों को पता था कि उसके दोस्त, पड़ोसी या रिश्तेदार।

कुल मामलों में, 69 मामले या 3.37% अजनबियों द्वारा किए गए, और पुरुषों द्वारा 508 मामले या 24.7 9% पीड़ित ने शादी करने से इनकार कर दिया या साथ में रहते रहने के संबंध में। इन मामलो के दोशी वाही लोग थे जिन्हें पीड़ित जानता था या फिर सम्बन्ध न रखने की वजह से पीडिता को शिकार होना पड़ा 

अपनी वार्षिक अपराध रिपोर्ट पेश करते हुए, दिल्ली पुलिस ने बताया कि पिछले 4 वर्षों में, बलात्कार के मामलों की रिपोर्ट में सबसे कम 2017 में दर्ज किया गया था और यहां तक कि छेड़छाड़ के मामलों में 1 9% की पर्याप्त गिरावट आई है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के प्रमुख अमुल्या पटनायक ने कहा कि पुलिस ने निवारक अपराधों पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां महिलाओं की सुरक्षा में वृद्धि करने और अपराध को रोकने के लिए पहले स्थान पर अपराध की रोकथाम के बजाय प्रतिक्रिया की बजाय ध्यान केंद्रित किया गया है। ।

पुलिस ने यह भी बताया कि कैसे बलात्कार के मामलों में सफलता दर में सुधार हुआ है, जहां पुलिस 2016 में 86% की तुलना में 92% मामलों को हल करने में कामयाब रही।
                                           Source: Deccan Chronicle
क्या ये सब सही हो रहा है क्या ये वही भारत है जहा स्त्री देवी सामान पूजनीय है जहा स्त्री को लक्ष्मी का रूप कहा गया है , अब इन बात पर संकोचः हो रहा है  क्यों की देश में रैप की घटना थमने का नाम नहीं ले रही और हमारा देश रैप मामलो में काफी आगे है , जो की काफी चिंता का विषय है और यही सही समय है एक अच्छा कदम उठाने का क्युकी अभी नहीं तो कभी नहीं हमे खुद कुछ करना होगा क्युकी देश में बदलाव की सकत जरुरत है और रैप जैसी गन्दी बीमारी को हमें जड़ से निकल फेकना ही होगा  हमें अपना नजरिया बदलने की जरुरत है .... आशा है की इस छोटी सी कोशिश से शायद कुछ लोगो की सोअच बदल जाये और वो खुद को और देश को बदलने में योगदान दे 

  जय हिन्द जय भारत 


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